तबला वादक जाकिर हुसैन ने 73 साल की आयु में ली अंतिम सांस, 2023 में मिला था पद्म विभूषण, तीन ग्रैमी अवॉर्ड भी मिला था
तबला वादक जाकिर हुसैन ने 73 साल की आयु में ली अंतिम सांस, 2023 में मिला था पद्म विभूषण, तीन ग्रैमी अवॉर्ड भी मिला था।
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नई दिल्ली: मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का देहांत हो गया है। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे दिल से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे थे। वे 73 साल के थे। वे ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे थे।
#बीकानेर गंगाशहर एक लडक़ी ने जुबेर नामक युवक से शादी कर ली। शादी के बाद हिन्दु संगठनों ने इसको #लव_जिहाद का मामला बताया है और इसका विरोध किया है। लडक़ी गुनगन राखेचा हूं ने एक वीडियों जारी कर बताया कि मैने जुबेर से मर्जी से शादी की है। # pic.twitter.com/MQ7WBQtHmE
— GoyalExpress🇮🇳 (@ExpressGoyal) December 15, 2024
राजस्थान के केबिनेट मंत्री राजवर्धन सिंह राठौड़ उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर शोक जाहिर करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, ‘जाकिर हुसैन की तबले पर असाधारण महारत ने संगीत की दुनिया में एक कालजयी विरासत बनाई है। उनके परिवार, दोस्तों और उन अनगिनत फैंस से मेरी गहरी सहानुभूति है, जिनके जीवन को उन्होंने अपनी क्रिएटिविटी से प्रभावित किया। उनका संगीत हमारे दिलों में हमेशा गूंजता रहेगा।’
जाकिर हुसैन जी को पिछले हफ्ते आईसीयू में भर्ती कराया गया था भर्ती
जाकिर हुसैन के मित्र बांसुरीवादक राकेश चौरसिया ने पीटीआई को बताया कि सेहत बिगड़ने के बाद उन्हें पिछले हफ्ते आईसीयू में भर्ती कराया गया था। वे दिल से जुड़ी समस्या के कारण पिछले हफ्ते से सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती थे।
दुनिया में भारत का बढ़ाया था मान
जाकिर हुसैन मशहूर तबला वादक उस्ताद अल्लाह रक्खा के सबसे बड़े बेटे थे। उन्होंने अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए भारत और दुनिया भर में खूब नाम कमाया। वे भारत के सबसे मशहूर शास्त्रीय संगीतकारों में से एक थे। उन्हें साल 1988 में पद्म श्री, साल 2002 में पद्म भूषण और साल 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने संगीत की दुनिया का बड़ा पुरस्कार ग्रैमी अवॉर्ड भी अपने नाम किया था।