राजस्थान: जैसलमेर के रेगिस्तान में बह निकली ‘गंगा’, देखते ही देखते उस गढ्ढे में समा गया ट्रक
राजस्थान: जैसलमेर के रेगिस्तान में बह निकली ‘गंगा’, देखते ही देखते उस गढ्ढे में समा गया ट्रक
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जैसलमेर: मोहनगढ़ के नहरी क्षेत्र में एक अद्भुत घटना सामने आई है। ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान अचानक जमीन से पानी का फव्वारा फूट पड़ा।
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— GoyalExpress🇮🇳 (@ExpressGoyal) December 28, 2024
जैसलमेर के मोहनगढ़ के नहरी क्षेत्र (लुप्तप्राय सरस्वती नदी का इलाका) में एक अद्भुत घटना सामने आई है। मोहनगढ़ के चक 27 बीडी के पास ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान अचानक जमीन से पानी का फव्वारा फूट पड़ा। यह घटना विक्रम सिंह के खेत में हुई, जहां खुदाई के दौरान मशीन तक जमीन में धंस गई और खेत तालाब में बदल गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है।
भूगर्भ वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास ईणखिया ने कहा कि यह घटना भूजल प्रवाह का असामान्य उदाहरण है। उन्होंने इस जलस्रोत को सरस्वती नदी के प्राचीन चैनल का प्रबल संभावित भाग बताया। बताया-यह क्षेत्र सरस्वती नदी क्षेत्र है।
दरअसल, मोहनगढ़ में यह घटना तब हुई जब खेत में ट्यूबवेल की खुदाई 800 फीट तक पहुंची। जैसे ही पाईप निकाले जा रहे थे, जमीन से पानी अपने आप ऊपर उठने लगा। पानी इतनी तेज़ी से निकला कि आसपास के खेत पानी में डूब गए। हजारों लीटर पानी खेत में जमा हो गया और खेत एक तालाब में तब्दील हो गया।
विशेषज्ञों ने बताया सरस्वती नदी का चैनल
इस रहस्यमयी घटना के बाद भूजल वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास ईणखिया ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने इस घटना को लेकर कहा कि यह भूजल का सामान्य रिसाव नहीं हो सकता। उन्होंने इसे लुप्त सरस्वती नदी के चैनल से जोड़ते हुए संभावना जताई कि यह घटना सरस्वती नदी के प्राचीन प्रवाह के संकेत हो सकते हैं।
डॉ. नारायण दास ईणखिया ने कहा कि यह घटना भूजल प्रवाह का असामान्य उदाहरण है। उन्होंने इसे सरस्वती नदी के प्राचीन चैनल का संभावित हिस्सा बताया। भूजल के इस तरह से उभरने से यह संभावना बनती है कि यह क्षेत्र कभी सरस्वती नदी का हिस्सा रहा हो।
बिना स्वीकृति के हो रही थी खुदाई …
जानकारी के मुताबिक ट्यूबवेल की खुदाई बिना प्रशासनिक स्वीकृति के की जा रही थी। खुदाई के दौरान ट्यूबवेल मशीन तक जमीन में धंस गई। प्रशासन ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, खेत में पानी का तेज़ बहाव शुरू होने के कारण आसपास के कई घरों में पानी भर गया है। ग्रामीणों ने पानी के तेज़ प्रवाह और संभावित नुकसान को लेकर चिंता व्यक्त की है।