विमान दुर्घटनाओं में आखिर कौन सी सीट है ज्यादा सुरक्षित, देखें विमान हादसे का वीडियो
विमान दुर्घटनाओं में आखिर कौन सी सीट है ज्यादा सुरक्षित, देखें विमान हादसे का वीडियो
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#दक्षिण_कोरिया में एक बड़ा प्लेन हादसे का शिकार हो गया है। ✈️ विमान बोइंग 737-800 मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर क्रैश हुआ है। Flight में 181 यात्री सवार थे 47 की मौत की खबर, हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। लैंडिंग के दौरान विमान रनवे से फिसलकर बाउंड्री वॉल से टकरा गया। pic.twitter.com/oIdCKZtteL
— GoyalExpress🇮🇳 (@ExpressGoyal) December 30, 2024
विश्व भर में हो रही विमान दुर्घटनाओं के बीच जान विमान में कौन सी सीट है ज्यादा सुरक्षित, इधर बीच हुई दो विमान दुर्घटनाओं पर नजर डालें, जिसमें से एक 25 दिसंबर को अजरबैजान एयरलाइंस की उड़ान कजाकिस्तान में अक्ताउ के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उसमें सवार 67 लोगों में से 38 की मौत हो गई। दुर्घटना स्थल के वीडियो में कुछ जीवित बचे लोगों को विमान के पिछले हिस्से से रेंगते हुए बाहर निकलते हुए दिखाया गया है, जो अपेक्षाकृत कम क्षतिग्रस्त था। फिर रविवार को बैंकॉक से उड़ान भरने वाला जेजू एयर बोइंग 737-800 विमान दक्षिण कोरिया के मुआन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 181 लोगों में से केवल दो के ही जीवित बचने की खबर है।
विमान कथित तौर पर बेली लैंडिंग का प्रयास कर रहा था क्योंकि उसका लैंडिंग गियर काम नहीं कर रहा था। इस आपातकालीन लैंडिंग के दौरान विमान रनवे से फिसल गया और हवाई अड्डे की दीवार से टकरा गया। कथित तौर पर दो जीवित बचे लोगों को विमान के पिछले हिस्से से ही बाहर निकाला गया। इससे साफ है कि विमान दुर्घटनाओं में अधिकांश जीवित बचे लोग विमान के पिछले हिस्से में बैठे होते हैं।
विमान में कौन सी सीट है ज़्यादा सुरक्षित?
अधिकांश यात्रियों को विमान की आखिरी लाइन में बैठने का विचार पसंद नहीं आता। और यह और भी बुरा है अगर किसी को विमान के सीटों के बीच की सीट दी जाती है। टाइम पत्रिका ने 2015 की एक स्टडी में उस साल तक के 35 साल की दुर्घटना डेटा का विश्लेषण किया। स्टडी में बताया गया कि विमान दुर्घटनाओं में पीछे बैठने वाले कम लोग मारे गए। स्टडी के मुताबिक विमान के पिछले हिस्से में सीटों पर मृत्यु दर 32 प्रतिशत थी, जबकि बीच के हिस्से में 39 प्रतिशत और आगे के तीसरे हिस्से में 38 प्रतिशत थी।
क्रैश टेस्ट में आए ये नतीजे
इसी तरह अप्रैल 2012 में, टेलीविजन स्टूडियो की एक टीम ने मैक्सिको में एक हवाई जहाज दुर्घटना को दिखाया था। जहां क्रैश टेस्ट डमी और अन्य वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित बोइंग 727-200 को जमीन पर लड़ा दिया गया था। परीक्षण के परिणाम से पता चला कि विमान के आगे बैठे यात्री दुर्घटना में सबसे ज़्यादा जोखिम में होते हैं, जबकि हवाई जहाज़ के पंखों के करीब बैठे लोगों को जीवित रहने योग्य चोटें लगने की सूचना मिली थी। टेल सेक्शन के पास परीक्षण डमी काफी हद तक बरकरार थे, इसलिए वहां मौजूद ज़्यादातर यात्री गंभीर चोट के बिना बच गए होंगे।