उत्तरप्रदेश सरकार जल्द कैबिनेट में लाने जा रही प्रस्ताव, शिक्षामित्रों समेत आठ लाख कर्मियों का बढ़ेगा मानदेय
उत्तरप्रदेश सरकार जल्द कैबिनेट में लाने जा रही प्रस्ताव, शिक्षामित्रों समेत आठ लाख कर्मियों का बढ़ेगा मानदेय
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योगी सरकार शिक्षामित्रों और अनुदेशकों समेत प्रदेश के लगभग आठ लाख कार्मिकों के वेतन और मानदेय में भारी भरकम बढ़ोतरी की तैयारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूनतम मजदूरी की दर से या उससे कम वेतन पाने वाले संवर्गों के कार्मियों को एक समान 17,000 से 20,000 रुपये प्रतिमाह देने के निर्देश दिए हैं ताकि ऐसे सभी कर्मी जो इस श्रेणी में हैं, वे अपने परिवार का भरण-पोषण ठीक से कर सकें।
#भारत और #बांग्लादेश के बीच मछुआरों का आदान-प्रदान आज शाम बंगाल की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पर पूरा हुआ।
अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में बांग्लादेश में हिरासत में लिए गए 95 भारतीय मछुआरे भारत लौटें।
वहीं 90 बांग्लादेशी मछुआरे भी अपने देश लौटे। pic.twitter.com/NCWkqXxKvz
— GoyalExpress🇮🇳 (@ExpressGoyal) January 5, 2025
इसके लिए तैयार प्रस्ताव को वित्त विभाग से मंजूरी मिल चुकी है। अब इसे जल्द कैबिनेट से पास कराने की तैयारी है। राज्य सरकार ने अलग-अलग विभागों में तैनात संविदाकर्मियों से लेकर आउटसोर्सिंग एजेन्सियों के माध्यम से तैनात कर्मियों व दैनिक वेतन भोगियों को केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में तय की गई न्यूनतम मजदूरी की राशि के बराबर वेतन या मानदेय देने का निर्णय किया था।
इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार कर उसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास मंजूरी के लिए भेजा गया। वहां से इस प्रस्ताव में कुछ और संवर्गों को भी इसका लाभ देने के उद्देश्य से उन्हें भी जोड़ने के निर्देश दिए गए। इसमें शिक्षामित्र व अनुदेशक भी शामिल हैं। सरकार का मानना है कि वर्तमान में श्रम विभाग के न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के तहत जो न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है, वह उपयुक्त नहीं है लिहाजा इसमें वृद्धि करने की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार यह कदम उठाने जा रही है।