वाराणसी: अब मच्छरों की रफ़्तार पर लगेगी ब्रेक, नगर आयुक्त के निर्देशन में कोल्ड फागिंग का होगा ट्रायल

वाराणसी: अब मच्छरों की रफ़्तार पर लगेगी ब्रेक, नगर आयुक्त के निर्देशन में कोल्ड फागिंग का होगा ट्रायल
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धुआँ रहित होने से जहाँ प्रदूषण नहीं होगा, वहीँ फागिंग से मानव स्वास्थ्य पर नहीं पड़ेगा कोई दुष्प्रभाव
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— GoyalExpress
(@ExpressGoyal) March 20, 2025
वाराणसी, 20 मार्च 2025 संचारी रोगों की रोकथाम के मद्देनजर मच्छरों पर नियंत्रण हेतु नगर निगम वाराणसी व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कोल्ड फागिंग का ट्रायल बृहस्पतिवार को नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की उपस्थिति में किया गया। इस तकनीक में मशीन में डीजल की जगह पानी का इस्तेमाल किया जाता है। थर्मल फागिंग में जहाँ डीजल का प्रयोग कीटनाशक के साथ धुआँ बनाने हेतु किया जाता है, वहीँ कोल्ड फागिंग में कीटनाशक का प्रयोग पानी के साथ किया जाता है। कोल्ड फागिंग में धुएँ की जगह मिस्ट बनते हैं। इस नवोन्मेष से मच्छर जनित बीमारियों पर नियंत्रण व बचाव किया जा सकेगा इसकी जानकारी नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने दी । नगर आयुक्त ने बताया की इस नव तकनीक को कुछ संवेदनशील वार्डो में प्रथम स्तर प्रयोग किया जाएगा।
ट्रायल के दौरान नगर निगम के अपर नगर आयुक्त सविता यादव , जोनल स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम एवम जिला मलेरिया अधिकारी मौजूद रहे।
जिला मलेरिया अधिकारी शरत चंद पाण्डेय ने बताया कि इसके प्रयोग के लिए डेल्टामेथ्रिन 2%फीसदी EW का प्रयोग पानी में मिलाकर किया जाता है| आने वाले समय में इसका प्रयोग चिकित्सालयों में किया जायेगा। संक्रमण काल में हाट स्पाट क्षेत्रों में डेंगू, केस के सापेक्ष निरोधात्मक कार्यवाही में भी इसका प्रयोग किया जाएगा। प्रयोग सफल होने पर वार्डो में भी इसका प्रयोग किया जाएगा। धुआँ रहित होने से जहाँ प्रदूषण नहीं होगा, वहीँ फागिंग के मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी नहीं पड़ेगा।