भारत में किडनी से बीमार होने के मामले में हुई बढ़ोतरी, रोजमर्रा की इन गलतियों के कारण किडनी खराब होने के मामले 16.38% तक बढ़े

भारत में किडनी से बीमार होने के मामले में कोई बढ़ोतरी रोजमर्रा की इन गलतियों के कारण किडनी खराब होने के मामले 16.38% तक बढ़े
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रोज की ये गलत आदतें खराब कर रहीं किडनी, डॉक्टर ने बताए बचाव के उपाय
असम सरकार ने निर्णय लिया है कि गुवाहाटी, डिब्रूगढ और सिलचर में शराब की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें और व्यापारिक संस्थान 24 घंटे खुले रहेंगे
इनके अतिरिक्त अन्य शहरों में दुकानें सुबह 2 बजे तक खुली रहेंगी जबकि ग्रामीण इलाकों में रात 11 बजे तक दुकानें खुले रखने की अनुमति होगी pic.twitter.com/PjHvU0f3xr
— GoyalExpress
(@ExpressGoyal) March 21, 2025
भारत में किडनी डिजीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खासतौर पर 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में इसके मामले कुछ ज्यादा ही तेजी से बढ़ रहे हैं। साल 2011-2017 के बीच किडनी डिजीज के मामले 11.2% बढ़े, जबकि साल 2018-2023 के बीच किडनी डिजीज के मामले 16.38% बढ़े।
हाल ही में फेमस जर्नल ‘नेफ्रोलॉजी’ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) ग्रामीण इलाकों में ज्यादा गंभीर है। यहां 15.34% लोग इससे प्रभावित हैं। जबकि शहरों में 10.65% लोगों को किडनी से जुड़ी समस्याएं हैं।
इसके लिए हमारी खराब लाइफस्टाइल और जिंदगी में तमाम छोटी-छोटी गलत आदतें जिम्मेदार हैं। आमतौर पर जब हमें कोई ज्यादा मीठा खाने से टोकता है तो हम उसका मजाक बना देते हैं या हवा में उड़ा देते हैं, जबकि ऐसी ही आदतें ज्यादातर क्रॉनिक डिजीज का बड़ा कारण हैं।
इन सभी आदतों को थोड़ा विस्तार से समझें कि ये क्यों किडनी डैमेज कर रही है-
कम पानी पीना
जब हम पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं तो किडनी को टॉक्सिन्स को बाहर निकालने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं। इसके कारण किडनी स्टोन और इन्फेक्शन हो सकता है।
ज्यादा नमक खाना
नमक में सोडियम ज्यादा होता है, जिसके कारण शरीर में पानी जमा होने लगता है। इससे ब्लड वॉल्यूम बढ़ जाता है और ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है। हाई बीपी धीरे-धीरे किडनी की ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाते हैं और डैमेज कर देते हैं।
प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड
“फास्ट फूड, पैकेज्ड स्नैक्स, पैकेज्ड जूस और सॉस में ज्यादा सोडियम, प्रिजर्वेटिव्स और कैमिकल्स होते हैं। इसके कारण किडनी पर एक्स्ट्रा लोड पड़ता है और धीरे-धीरे किडनी डैमेज होने लगती है।
डॉक्टर की सलाह के बिना दर्द निवारक दवाएं लेना
“अगर लंबे समय तक पेनकिलर खा रहे हैं तो किडनी की ब्लड वेसल्स सिकुड़ने लगती हैं और किडनी का ब्लड छानने वाले नेफ्रॉन्स ब्लॉक होने लगते हैं तो किडनी के काम करने की क्षमता कम होने लगती है। ब्लड वेसल्स सिकुड़ने से ब्लड फ्लो कम हो जाता है। इससे किडनी फेलियर का खतरा भी बढ़ जाता है।
ज्यादा मीठा और चीनी वाली चीजें खाना
“ज्यादा चीनी खाने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इससे डायबिटीज होने की आशंका बढ़ जाती है। डायबिटीज किडनी फेलियर के सबसे बड़े कारणों में से एक है।
हाई प्रोटीन डाइट लेना
“हमारी किडनी प्रोटीन के पाचन के दौरान बने टॉक्सिन्स को छानकर बाहर निकालती है। इसका मतलब है ज्यादा प्रोटीन खाने से किडनी को ज्यादा काम करना पड़ता है, उनका वर्कलोड बढ़ता है। अगर लंबे समय तक हाई प्रोटीन डाइट ले रहे हैं तो किडनी डैमेज का जोखिम बढ़ जाता है।
रोज पर्याप्त नींद न लेना
रात में सोते समय किडनी खुद को रिपेयर करती हैं और शरीर सेटॉक्सिन्स बाहर निकालती हैं। अगर पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं यानी 7-8 घंटे नहीं सो रहे हैं तो यह प्रोसेस ठीक तरह से पूरा नहीं हो पाता है। इसलिए नींद पूरी नहीं होने से ब्लड प्रेशर और किडनी डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
सिगरेट और शराब का सेवन
सिगरेट और शराब पीने से किडनी की ब्लड वेसल्स सिकुड़ने लगती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है। इससे किडनी कमजोर होने लगती हैं और ठीक तरह से काम नहीं कर पाती हैं।
अक्सर यूरिन रोककर रखना
“अगर कोई लंबे समय तक पेशाब रोककर रखता है तो यूरिन में मौजूद बैक्टीरिया किडनी तक पहुंचकर किडनी के इन्फेक्शन का कारण बन सकता है। इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) भी हो सकते हैं। लंबे समय तक यह आदत किडनी स्टोन और क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) का कारण भी बन सकती है। इससे किडनी डैमेज हो सकती हैं।
एक्सरसाइज न करना
“अगर सिडेंटरी लाइफस्टाइल फॉलो कर रहे हैं यानी लगातार लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहते हैं तो मोटापा, हाई बीपी और डायबिटीज की आशंका बढ़ जाती है, जो किडनी डिजीज और डैमेज का बड़ा कारण बन सकते हैं।