Tuesday, September 17, 2024

बरेका में एम.एस.एम.ई. सेक्टर के विकास हेतु “लीन मैनुफेक्चरिंग कम्पटेटिव स्कीम” एवं “जीरो डिफेक्ट एवं जीरो इफेक्ट” पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

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बरेका में एम.एस.एम.ई. सेक्टर के विकास हेतु “लीन मैनुफेक्चरिंग कम्पटेटिव स्कीम” एवं “जीरो डिफेक्ट एवं जीरो इफेक्ट” पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

बरेका में एम.एस.एम.ई. सेक्टर के विकास हेतु “लीन मैनुफेक्चरिंग कम्पटेटिव स्कीम” एवं “जीरो डिफेक्ट एवं जीरो इफेक्ट” पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

बरेका में एम.एस.एम.ई. सेक्टर के विकास हेतु “लीन मैनुफेक्चरिंग कम्पटेटिव स्कीम” एवं “जीरो डिफेक्ट एवं जीरो इफेक्ट” पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

बरेका में एम.एस.एम.ई. सेक्टर के विकास हेतु “लीन मैनुफेक्चरिंग कम्पटेटिव स्कीम” एवं “जीरो डिफेक्ट एवं जीरो इफेक्ट” पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

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आज दिनांक 02 अगस्त 2024 को बनारस रेल इंजन कारखाना के प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र पर एम.एस.एम.ई. मंत्रालय एवं बरेका के संयोजन में एम.एस.एम.ई. सेक्टर के विकास हेतु “लीन मैनुफेक्चरिंग कम्पटेटिव स्कीम” एवं “जीरो डिफेक्ट एवं जीरो इफेक्ट” स्कीम पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें देश भर से आए करीब 26 एम.एस.एम.ई. कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। महाप्रबंधक श्री अभय बाकरे ने संगोष्ठी का विधिवत शुभारंभ करते हुए अपने संबोधन में कहा कि केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम मंत्रालय द्वारा शुरू की गई लीन एवं जेड योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के एम.एस.एम.ई. निर्माताओं एवं विक्रेताओं के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा की एक कार्य योजना प्रदान करना है, जिसके अंतर्गत उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार करने के साथ ही एम.एस.एम.ई. को जीरो डिफेक्ट जीरो इफेक्ट करने की दिशा में एक व्यापक अभियान है। इससे काफी हद तक अपव्यय को कम किया जा सकता है, उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है, पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सकती है, ऊर्जा बचाई जा सकती है, प्राकृतिक संसाधनों का इष्टतम उपयोग किया जा सकता है और अपने बाजारों का विस्तार किया जा सकता है। महाप्रबंधक श्री बाकरे ने कहा कि बरेका निर्मित विद्युत लोको पूरे देश की प्रगति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। जिसमें आपके द्वारा निर्मित किए गए गए उत्पाद का प्रयोग किया जाता है, जिसकी उत्पादकता एवं गुणवत्ता बढ़े, उत्पाद फेल न हो, इसी उद्देश्य से इसका आयोजन किया गया है।

इस अवसर पर संयुक्त निदेशक, एम.एस.एम.ई., डी.एफ.ओ. इलाहाबाद श्री एल.बी.एस. यादव एवं भारतीय गुणवत्ता परिषद की निदेशक डा. अराधना चोपड़ा ने लीन योजना एवं वरिष्ठ निदेशक, भारतीय गुणवत्ता परिषद डा. रामानन्द शुक्ला ने जेड (जीरो डिफेक्ट जीरो इफेक्ट) योजना पर व्याख्यान अपना अपना महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि हमारे एम.एस.एम.ई. जो भी उत्पाद बनाएं, वो वैश्विक रूप से मान्य हो, उसकी गुणवत्ता एवं उत्पादकता बढ़े। इसके लिए एम.एस.एम.ई. कंपनियों के प्रतिनिधियों को लीन एवं जेड में पंजीकरण हेतु निर्देशित किया तथा उनसे होने वाले फायदों को विस्तारपूर्वक बताया। तदोपरांत ओपन हाउस डिस्कशन का आयोजन किया गया, जिसमें देश भर से आए कंपनियों के प्रतिनिधियों ने लीन एवं जेड से संबंधित बिंदुओं पर अपने-अपने सवाल किए, जिनका संतोषजनक जवाब दिया गया।

संगोष्ठी में विशेष रूप से प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर श्री एस.के. श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री रजनीश गुप्ता, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री सुब्रत नाथ, मुख्य गुणवत्ता आश्वासन प्रबंधक श्री प्रवीण कुमार, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर-डीजल श्री आर.आर. प्रसाद, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर-क्यू.एम.एस. श्री रामजन्म चौबे, मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री एस.बी. पटेल, जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार सहित काफी संख्या में बरेका अधिकारी एवं वेंडर्स उपस्थित थे। उपर्युक्त कार्यक्रम का सफल संचालन श्री अवधेश कुमार, मुख्य कर्मशाला प्रशिक्षक, प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र ने किया।

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