वाराणसी: वेस इंडिया संस्था द्वारा विश्व गौरैया दिवस मनाया गया
वाराणसी: वेस इंडिया संस्था द्वारा विश्व गौरैया दिवस मनाया गयाआज विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण हेतु कार्यरत संस्था वेस इंडिया एवं चिल्ड्रन वैली इंग्लिश स्कूल महमूरगंज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई । मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधित करते हुए पर्यावरणविद डॉक्टर राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया की कभी घर आंगन का अभिन्न अंग रही गौरैया आज विलुप्त होने के कगार पर है। इसीलिए अंतर्राष्ट्रीय संस्था आई यू सी एन की रेड लिस्ट में शामिल किया जा चुका है । उन्होंने बताया कि इसके विलुप्त होने के प्रमुख कारणों में आधुनिक मकान के वास्तु शिल्प डिजाइनिंग प्रमुख रूप से जिम्मेदार हैं ।
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जहां इनका अनाज चुगने एवं घोंसला बनाने तक की जगह नहीं बची है। मोबाइल टावरों की तरंगे , रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के प्रयोग से भी स्थिति बदतर हुई है। डॉक्टर श्रीवास्तव ने यूके में हाल ही में किए गए एक अध्ययन के हवाले से बताया की हजारों गौरैया के बच्चे भूख से मर गए क्योंकि अंडे से बाहर आने के बाद पहले 5 दिनों तक वह केवल कीड़ों के अलावा लार्वा पर ही जीवित रहते हैं। उन्हें उनके मातृ पक्षियों द्वारा भोजन ही नहीं दिया जा सका । क्योंकि लॉन , रसोई और कृषि क्षेत्र में रासायनिक खादों और कीटनाशकों के प्रयोग की वजह से ज्यादातर कीड़े मर जाते हैं ।
गौरैया संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वेस इंडिया द्वारा विद्यालय परिवार को गौरैया के पांच कृत्रिम घोसले उपहार स्वरूप प्रदान किए गए। इस अवसर पर छात्र- छात्राओं के अलावा अंजलि , उमाशंकर, मृदुला सिंह समेत समस्त अन्य शिक्षक गण मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रिंसिपल श्री हेमराज विश्वकर्मा द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्रबंधक श्री विराट चतुर्वेदी द्वारा किया गया।
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