राजस्थान: जब अचानक अर्थी पर खड़ा हो गया ‘मुर्दा’, होने जा रहा था अंतिम संस्कार
राजस्थान: जब अचानक अर्थी पर खड़ा हो गया ‘मुर्दा’, होने जा रहा था अंतिम संस्कार
यह भी पढ़े बनारस रेल इंजन कारखाना में सतर्कता निदेशालय, रेलवे बोर्ड द्वारा आयोजित क्षेत्रीय निष्पादन समीक्षा बैठक 2024 का हुआ शुभारंभ
झुंझुनूं। राजस्थान के झुंझुनूं में जब अचानक अर्थी पर खड़ा हो गया ‘मुर्दा’, होने जा रहा था अंतिम संस्कार। यहाँ अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे मृत व्यक्ति अचानक जिंदा हो गया। जिसे देख हड़कंप मच गया। रोहिताश नाम का एक व्यक्ति बगड़ स्थित मां सेवा संस्थान में रह रहा था। मां सेवा संस्थान दिव्यांग और मेनटली रिटायर का होम है। तभी अचानक सुबह-सुबह रोहिताश की तबियत खराब हो गई और वह बेहोश हो गया। जिसके बाद उसे बेहोशी हालत में बीडीके अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया। रोहिताश की उम्र लगभग 47 वर्ष बताई जा रही है।
बीडीके अस्पताल में डॉक्टर ने दोपहर लगभग 1 बजे रोहिताश को मृत घोषित कर दिया। मृत घोषित करने के बाद बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में उसे शिफ्ट किया गया। जिसके बाद पुलिस को बुलाकर पंचनामा बनाया गया। दो घंटे बाद शव को मां सेवा संस्थान को सौंप दिया गया। अंतिम संस्कार पर ले जाने के दौरान अचानक शख्स जिंदा हो गया। आनन-फानन में रोहिताश को फिर से बीडीके अस्पताल लाया गया।
अस्पताल में उसे तुरंत बीडीके अस्पताल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया। बीडीके अस्पताल प्रशासन पूरे मामलें को लेकर बिल्कुल शांत है और कुछ बोलने को तैयार नहीं है। बीडीके अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों का एंगल भी बदला नजर आ रहा है। सूचना के तहसीलदार ओर बगड़ थानाधिकारी मौके पर अस्पताल पहुंचे है और मामले की जांच कर रहे हैं।
जिला कलेक्टर रामअवतार मीणा ने बताया कि जानकारी मिलते ही पूरे मामले की जांच की जा रही है। पीएमओ से रिपोर्ट मांगी गई है। कलेक्टर ने बताया कि पूरे मामले से मेडिकल डिपार्टमेंट के सचिव को जानकारी दे दी गई है। कलेक्टर के आदेश पर तहसीलदार महेंद्र मूंड, सामाजिक अधिकारिता विभाग के डिप्टी डायरेक्टर पवन पूनिया भी अस्पताल पहुंच हैं।