Sunday, November 24, 2024

संतुलित आहार क्या है, कही आप भी तो खाना ज्यादा नहीं खा रहे, आइये जाने

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संतुलित आहार क्या है, कही आप भी तो खाना ज्यादा नहीं खा रहे, आइये जाने

आपने कई डॉक्टर्स को कहते सुना होगा कि हमें हमेशा बैलेंस डाइट/ संतुलित आहार/ स्वस्थ भोजन की थाली लेनी चाहिए। जी हां, आप मात्र अपनी डाइट हैबिट में सुधार कर , शरीर के वजन को मेंटेन करने के साथ डायबिटीज, ह्दय रोग ,बीपी ,समय से पहले बालों को पकना और हज़ारो क्रॉनिक डिसीज, कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं।

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Neuro & Spine surgeon DR VIKAS KUMAR

तो आज हम देखते हैं बैलेंस डाइट /संतुलित आहार / स्वस्थ भोजन की थाली क्या है ?
यह एक उचित आहार योजना है जिसमें सभी प्रकार के पोषक तत्व सम्मिलित होते हैं I

इसके लिए आप
1.फल और सबज़ियों को अपने भोजन का सबसे बड़ा हिस्सा बनायें – आधी थाली मात्राः
कोशिश करें कि अनेक रंगों और कई प्रकार के फल और सब्ज़ियां खायें। और याद रखें कि स्वस्थ भोजन की थाली में आलू को सब्ज़ि नहीं माना जाता है, क्योंकि आलू को खाने से रक्त शर्करा, या ‘ब्लड ग्लूकोज़’ पर नकारात्मक असर होता है।

  1. ‘होल ग्रेन्ज़’, या साबुत अनाजों को ज़्यादातर खायें – एक चैथाई थाली मात्राः
    साबुत और पूर्ण अनाजों – पूर्ण गेहूॅं, जौ, बाजरा, जुवार, जै, ‘ब्राउन राइस’ या असंसाधित चावल, और इनसे बनाये गए खाद्य पदार्थ, जैसे कि पूर्ण गेहूॅं से बनाई गई रोटी – का मैदे से बनाई गई रोटी, ‘वाइट राइस’, और अन्य संसाधित अनाजों से रक्त शर्करा और इंसुलिन पर कम असर होता है

3.प्रोटीन की शक्ति – एक चैथाई थाली मात्राः
मछली, मुर्ग, दाल, और अखरोट स्वस्थ और बहुमुखी प्रोटीन के स्रोत हैं – इनको सालाद में डाला जा सकता है, और यह सब्ज़ियों के साथ अच्छा जाते है। लाल मांस को कम खाना चाहिए, और संसाधित मांस, जैसे कि ‘बेकन’ और ‘साॅसेज’ से दूर रहना चाहिए।

4.स्वस्थ संयंत्र तेल या ‘वेजिटेबल आयल ’ – मध्यम मात्रा मेंः
स्वस्थ वेजिटेबल आॅयल, जैसे जैतून या ‘ओलिव’, कनोला, सोयाबीन, सनफ़लावर, मूंगफली, सरसों, इत्यादी के तेलों को चुनें, और ‘पार्शली हाइड्रोजनेटिड’ तेलों से दूर रहें, क्योंकि इनमें अस्वस्थ ‘ट्रांस फैट’ होते हैं। याद रखें, कि केवल कम या शून्य फैट होने से खाद्य पदार्थ ‘‘स्वस्थ’’ नहीं हो जाते।

5.पानी, चाय, या काॅफ़ी पीयेंः
मीठे पायों से दूर रहें, दूध और दूध से बने अन्य खाद्य पदार्थों के दिन में केवल एक या दो सर्विगंज़ खायें, और दिन में ज़्यादा से ज़्यादा एक छोटा गिलास फल का रस पियें।

6.सक्रिय रहें –
स्वस्थ भोजन की थाली के प्लेसमैट पर वह लाल रंग की भागती हुइ आक्रिति आपको याद दिलाने के लिए है, कि सक्रिय रहना भी वज़न संतुलन के लिए आवश्यक है।

हमारे भारत में आहार को लेकर बहुत लोगों तक सही जानकारी नहीं है इसे ज्यादा से ज्यादा बच्चों और युवाओं में शेयर करे, यह लेख ranchi_rims के जाने माने Neuro & Spine surgeon डॉ विकास कुमार जी के ट्विटर वाल से लिया गया है।

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