प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर का किया उद्घाटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामीनारायण संप्रदाय के पदाधिकारियों की मौजूदगी में मंत्रोच्चार के बीच हल्के गुलाबी रंग का रेशमी कुर्ता पजामा, बिना बांह वाली जैकेट और पटका पहने मंदिर के लोकार्पण समारोह में पूजा विधि में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने ‘वैश्विक आरती’ में भी भाग लिया जो बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था द्वारा दुनियाभर में बने स्वामीनारायण संप्रदाय के 1200 से अधिक मंदिरों में एक साथ आयोजित की गई। इससे पहले पीएम मोदी ने यहां पहले हिंदू मंदिर के निर्माण में योगदान देने वाले विभिन्न संप्रदायों के लोगों से मुलाकात की।
अबू धाबी मंदिर उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मैं मंदिर का पुजारी बनने लायक हूं या नहीं, लेकिन मैं मां भारती का पुजारी हूं। अबू धाबी का ये विशाल मंदिर सिर्फ एक पूजा स्थल नहीं, ये मानवता की साझी विरासत का प्रतीक है।
दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल राहबा के पास 27 एकड़ क्षेत्र में करीब 700 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए मंदिर के उद्घाटन की प्रक्रिया शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री ने मंदिर में कृत्रिम रूप से तैयार की गईं गंगा और यमुना नदियों में जलार्पण भी किया। मंदिर अधिकारियों के अनुसार शिल्प और स्थापत्य शास्त्रों एवं हिंदू ग्रंथों में उल्लेखित निर्माण की प्राचीन शैली के अनुसार भव्य मंदिर बनाया गया है।
अबू धाबी में BAPS हिंदू मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के सहिष्णुता मंत्री नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान को सम्मानित किया गया।
#प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अबू धाबी में BAPS हिन्दू मंदिर का उद्घाटन कर प्रभु के आशीर्वाद लिए।
अबू धाबी मंदिर में लगे सेंसर देंगे भूकंप की जानकारी
बीएपीएस के लिए अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रमुख स्वामी ब्रह्मविहारीदास ने कहा कि ‘यहां वास्तुशिल्प पद्धतियों को वैज्ञानिक तकनीकों के साथ जोड़ा गया है। तापमान, दबाव और गति (भूकंपीय गतिविधि) को मापने के लिए मंदिर के हर स्तर पर 300 से अधिक उच्च तकनीक वाले सेंसर लगाए गए हैं। सेंसर अनुसंधान के लिए लाइव डेटा प्रदान करेंगे। यदि क्षेत्र में कोई भूकंप आता है तो मंदिर इसका पता लगा लेगा और हम अध्ययन कर सकेंगे।’ मंदिर के निर्माण में किसी भी धातु का उपयोग नहीं किया गया है और नींव को भरने के लिए कंक्रीट मिश्रण में 55 प्रतिशत सीमेंट की जगह फ्लाई ऐश का उपयोग किया गया है।
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अबू धाबी मंदिर में लगी टाइल्स जो है तापमान रोधी
मंदिर के निर्माण प्रबंधक मधुसूदन पटेल ने से कहा कि ‘हमने परंपरागत सौंदर्य वाली पत्थर संरचनाओं और आधुनिक समय के शिल्प को मिलाते हुए तापमान रोधी सूक्ष्म टाइल्स और कांच के भारी पैनलों का इस्तेमाल किया है। यूएई में अत्यधिक तापमान को देखते हुए ये टाइल्स दर्शनार्थियों के पैदल चलने में सुविधाजनक होंगी।’ अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया गया है। इसी तरह अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया गया है। मंदिर में स्वंयसेवक उमेश राजा के अनुसार 20 हजार टन से अधिक चूना पत्थर के टुकड़ों को राजस्थान में तराशा गया और 700 कंटेनरों में अबू धाबी लाया गया।
अबू धाबी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 2 दिवसीय यूएई यात्रा खत्म करके बुधवार रात कतर के लिए रवाना हो गए
पीएम मोदी अपनी 2 दिवसीय यूएई यात्रा खत्म करके बुधवार रात कतर के लिए रवाना हो गए। गुरुवार को पीएम मोदी दोहा में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। पीएम मोदी की कतर यात्रा भारत की विदेश नीति को लेकर काफी अहम मानी जा रही है। दरअसल, अगस्त 2022 से कतर की जेल में बंद 8 पूर्व भारतीय नौसेना के अधिकारियों की रिहाई हो गई है। इसे भारत की कूटनीतिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले पीएम मोदी 2 दिन तक यूएई में थे। यहां उन्होंने UPI Rupay कार्ड लॉन्च किया था। इसके अलावा यूएई के साथ कई समझौतों पर MoU साइन किया था। बुधवार को पीएम मोदी ने अबू धाबी में स्वामीनारायण संस्था ( बीएपीएस ) मंदिर का उद्घाटन भी किया।
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