वाराणसी: साहब , स्ट्रीट लाइट बिगड़ने पर उसे बनवाने का अधिकार नागरिकों को दीजिये, आलोक विभाग को नहीं
वाराणसी: साहब , स्ट्रीट लाइट बिगड़ने पर उसे बनवाने का अधिकार नागरिकों को दीजिये, आलोक विभाग को नहीं
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18.10.2024 | वाराणसी समाजसेवी डॉ राजेश श्रीवास्तव ने कहा है की नगर निगम के आलोक विभाग के अकर्मण्यता की वजह से तमाम बिगड़ी स्ट्रीट लाइटे महीनो नहीं बनाई जा रही हैं I
इससे कई क्षेत्र अँधेरे में डूब जा रहे हैं। ऐसे अँधेरे क्षेत्र चोरी, छिनैती इत्यादि की घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं और आम नागरिक हर तरह का टैक्स देने के बावजूद विभागीय अकर्मण्यता का शिकार हो जा रहा है। डॉ राजेश ने ये सब बातें एक सच्ची घटना को ससबूत पेश करते हुए यह कहा है। उन्होंने बताया है की कैंट विधानसभा स्थित अपने मोहल्ले वार्ड दस शिवपुरवा की स्ट्रीट लाइट विगत 20 दिनों से बिगड़ी होने के बावजूद किसी के द्वारा ठीक ना कराये जाने पर आई०जी०आर०एस० में उन्होंने 04 सितम्बर 2024 को शिकायत किया, जिसकी शिकायत संख्या 92419700018718 थी, घोर आश्चर्य का विषय यह रहा की उस एक स्ट्रीट लाइट को बनाने के लिए आधिकारिक तौर पर आलोक विभाग द्वारा एक माह का समय नियत किया गया।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए आयकर नियमों में संशोधन किए हैं।
इनका उद्देश्य स्रोत पर कर-संग्रह और करों की कटौती के लिए क्रेडिट दावा प्रक्रिया को सरल बनाना है।
इसमें नाबालिगों के माता-पिता के लिए स्रोत पर कर-संग्रह क्रेडिट का दावा करना भी शामिल है। pic.twitter.com/Acg7plfPn1
— GoyalExpress🇮🇳 (@ExpressGoyal) October 18, 2024
डॉ राजेश ने स्ट्रीट लाइट बनाने के लिए इतना ज्यादा समय लेने की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री ,मेयर, उर्जा मंत्री और नगर आयुक्त को ट्वीट के माध्यम से की है। उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी मांग किया है की यदि नगर निगम का आलोक विभाग इतना लापरवाह है तो बेहतर है की उस विभाग को ही बंद कर दिया जाये और लाइट बनवाये जाने का अधिकार आम नागरिक को दे दें। जिसका भुगतान नगर निगम करा दिया करे। उन्हने आगे कहा की कम से कम लाइट ख़राब होने पर एक डेढ़ महीने इन्तजार तो नहीं करना होगा और जनता अँधेरे के दंश को नहीं झेलेगी। साथ ही चोरी छिनैती इत्यादि घटनाओं पर भी प्रभावी रोक स्वतः लग जायेगी। अन्यथा आलोक विभाग इन ख़राब हुई स्ट्रीट लाइट्स को दो से तीन दिनों में बनवाने का जिम्मा ले।