आयुष मंत्री ने किया स्वैच्छिक रक्तदान की राष्ट्रव्यापी संगठन का उद्घाटन
आयुष मंत्री ने किया स्वैच्छिक रक्तदान की राष्ट्रव्यापी संगठन का उद्घाटन, पिछले 12 वर्षों से स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रही संगठन साधना फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ मौर्य ने बताया की स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में नई क्रांति लाने के लिए राष्ट्रव्यापी संगठन “नेशनल कमिटी आफ वॉलंटरी ब्लड डोनर्स (भारत)” का पोस्टर उत्तर प्रदेश सरकार में आयुष मंत्री माननीय डॉ० दयाशंकर मिश्र “दयालु” जी के हाथों लांच कर उद्घाटन कराया गया।
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सौरभ मौर्य ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि संपूर्ण भारत में स्वैच्छिक रक्तदान को लेकर तमाम संगठन स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन तो करती हैं, मगर स्वैच्छिक रक्तदान के नियम एवं गाइडलाइन का पालन नहीं कर पाती हैं, जिसकी वजह से जरूरतमंदों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सौरभ मौर्य ने बताया कि इस कमेटी द्वारा भारत के तमाम संगठनों को एक कर राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के ऊपर दबाव बनाया जाएगा की संपूर्ण भारत में राष्ट्रीय रक्त नीति का पालन तेजी से कराया जाए जिससे कि लोगों के अंदर स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़े और ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा सके जिससे कि ब्लड बैंकों का स्टॉक भरा रहे और जरूरतमंदों को बिना ब्लड के रिप्लेसमेंट के ब्लड मिल सके। सौरभ ने कहा कि इस नई कमेटी में पांच ट्रस्टी हैं, जिसमें से दो वाराणसी से खुद सौरभ मौर्य और विनोद वर्मा हैं, बाकी अन्य कर्नाटक के केजीएफ से गौरीशंकर जी, नई दिल्ली से संजीव सोनी जी और मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से शैलु मंडलोई जी हैं और नेशनल कमेटी के कोर कमेटी में उत्तर प्रदेश से अरुण कुमार जी, आकाश गोयल जी एवं कर्नाटक से नवीन कुमार जी शामिल हैं। सौरभ ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में आयुष मंत्री माननीय डॉ दयाशंकर मिश्र “दयालु” जी वर्ष 2014 से साधना फाउंडेशन के बतौर संरक्षक अपना आशीर्वाद देते आ रहे हैं और आज उन्हीं के द्वारा इस नई कमेटी का उद्घाटन कर स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में एक नई क्रांति को जन्म दिया जा रहा है। सौरभ मौर्या ने यह भी बताया कि बहुत जल्द इस नेशनल कमेटी के जरिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को एक मांग पत्र भी सोपे जाएगा जिसमें रक्तदाता के हक एवं मरीज के हक के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी।