ईरान के परमाणु परीक्षण का किया जा रहा दावा, जाने सच्चाई
ईरान के परमाणु परीक्षण का किया जा रहा दावा, जाने सच्चाई
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तेहरान. 1979 की क्रांति के बाद, एक गुप्त परमाणु हथियार अनुसन्धान कार्यक्रम जो अयातुल्ला रूहोल्लाह खोमैनी ने भंग कर दिया। क्योंकि वह मानता था कि इस तरह के हथियार मुस्लिम नैतिकता और न्यायशास्त्र के तहत वर्जित माने जाते हैं। परमाणु हथियारों में छोटे पैमाने पर अनुसन्धान ईरान-इराक युद्ध के दौरान फिर से आरम्भ हुआ और 1989 में अयातुल्ला की मौत के बाद इसमें महत्वपूर्ण विस्तार किया गया। ईरान के परमाणु कार्यक्रम में कई अनुसन्धान स्थल, दो यूरेनियम खानें, एक अनुसन्धान रिएक्टर और यूरेनियम प्रसंस्करण सुविधाएँ जिसमें तीन ज्ञात यूरेनियम संवर्धन संयन्त्रों को शामिल किया जाता है, को शामिल किया गया है.
टाटा संस के पूर्व चेयरमैन, उद्योगपति रतन टाटा मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में नियमित जांच के लिए भर्ती हुए#Mumbai #Ratantata pic.twitter.com/hMOvLqw5SD
— GoyalExpress🇮🇳 (@ExpressGoyal) October 7, 2024
ईरान एक ऐसा देश है जहां भूकंप आते रहते हैं, लेकिन 5 अक्टूबर को देश में आए भूकंप ने यह चर्चा शुरू कर दी है कि क्या ईरान ने परमाणु परीक्षण किया है? भूकंप के समय और स्थान ने लोगों को ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जोड़ने पर मजबूर कर दिया और यह सवाल उठाया कि क्या इस्लामी देश अपने परमाणु हथियार बनाने के करीब है. हालांकि, परमाणु क्षमताओं का परीक्षण करने का मतलब यह नहीं है कि कोई देश हफ्तों के भीतर एक एक्टिव परमाणु हथियार हासिल कर लेगा.
तेहरान युनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ जियोफिजिक्स ने बताया कि रिक्टर पैमाने पर 4.4 तीव्रता का भूकंप अरदान काउंटी, सेमनान प्रांत में सुबह 10:45 बजे दर्ज किया गया. यह भूकंप 12 किमी की गहराई पर आया. मेहर न्यूज़ एजेंसी ने जब से यह जानकारी दी है, उसी वक्त से कुछ लोगों का मानना है कि यह भूकंप ईरान द्वारा किए गए परमाणु परीक्षण का नतीजा हो सकता है.
हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि या खंडन नहीं हुआ है. कुछ X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल्स ने सोशल मीडिया पर ग्राफ शेयर किए हैं, जो दिखाते हैं कि भूकंपीय एक्टिविटी कैसे परमाणु परीक्षणों से जुड़े भूकंप से मेल खाती है. इनमें से किसी भी दावे को किसी एक्सपर्ट ने कन्फर्म नहीं किया है. भूकंप का समय, जो एक प्राकृतिक घटना है, ऐसा है कि इसने इन अटकलों को जन्म दिया है.
एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर करीब 200 मिसाइल दागीं. ईरान ने यह मिसाइल इजरायल द्वारा हिज्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला और चरमपंथी संगठन के अन्य कमांडर को मारने के जवाब में दागीं. ईरान की कार्रवाई के बाद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान को इसकी “कीमत चुकानी” पड़ेगी. हालांकि, एक सवाल उठ रहा है: क्या ईरान परमाणु हथियार के करीब है?
हेरिटेज फाउंडेशन ने 1 अक्टूबर को कहा था कि ईरान उम्मीद से कहीं तेजी से परमाणु हथियार बना सकता है. इसने एक वरिष्ठ ईरानी सांसद के हवाले से कहा कि परमाणु बम के पहले परीक्षण के आदेश जारी होने के बाद केवल “एक सप्ताह का अंतर” है. यह बयान अप्रैल में दिया गया था.
इसमें कोई संदेह नहीं है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम एडवांस स्टेज में है. द गार्जियन के साथ एक इंटरव्यू में, पूर्व इजरायली प्रधानमंत्री एहुद बराक ने कहा कि ईरानी परमाणु फैसिलिटी पर हमला शायद ज्यादा प्रभावी नहीं होगा क्योंकि उनका कार्यक्रम बहुत आगे बढ़ चुका है.